एक विदेश में बैठे यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले प्रोफेसर हैं और दूसरे मदरसा छाप जेहादी दोनों ही भारत में अमेरिका जैसे हिंसा दंगे आगजनी और लूटमार का आवाहन कर रहे हैं,
परंतु यह सब अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अंदर मान्य है अतः इन पर कोई कार्यवाही नहीं होगी, कांग्रेस की साम्राज्ञी सोनिया गांधी का विवाह से पहले वाला नाम ले लिया होता तो अवश्य मुकदमा दर्ज हो गया होता और 12 घंटे तक कोरोनावायरस संक्रमित पुलिस वाले द्वारा इंटेरोगेशन भी हो जाती