नॉएडा के ज़ैद हसन ने CBSE की दसवीं की परीक्षा में संस्कृत विषय में 100 में से 100 नंबर लाकर फिर ये साबित किया है कि भाषा का कोई धर्म नहीं होता. न्यूरोलॉजिस्ट पिता डॉ. KM हसन इसका श्रेय ज़ैद के संस्कृत टीचर सुधाकर मिश्रा को देते हैं. ज़ैद ने विदेशी भाषा की जगह संस्कृत को चुना था।