दो विश्वयुद्ध हार चुका जर्मनी भी उठ चुका है.
दो-दो परमाणु बम झेल चुका जापान इतना आगे के वहां से बुलेट ट्रेन लानी पड़ रही है.
रूस टूट के भी महासत्ता बना हुआ है.
हमसे दो साल बाद आजाद हुआ चीन हमसे बहुत आगे है.
और इधर चार पुश्तों का हिसाब मांगो तो कहेंगे मेरा नाम गाँधी हैं.