Ranjan Sharma's Album: Wall Photos

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#आजतक_____सबसे_तेज

अपनेआप को सबसे तेज और सबसे आगे रखने वाला
और ये रास्ता जाता किधर है ?, हाथ मलमल के पूछने वाला चैनेल, अब क्यो अपने चैनेल बंद कर रहा है ...

मीडिया के रक्तबीजों और महिषासुरों के वध का सिलसिला शुरू हो गया है।
भारत के मीडिया मुगल अरूण पुरी के न्यूज चैनल दिल्ली आज तक को 30 जून से बंद करने का निर्णय लिया गया है । ये वही चैनल है जिस पर रोज सुबह शाम सिर्फ शाहीन बाग की खबरें चलती थीं और राहुल कंवल जे एन यू के भीतर जाता था तो आइशे घोष उसे अपने साथ पा कर फूले नहीं समाती थी । ये हालात क्यों उत्पन्न हुए? क्यों चैनल की टीआरपी शून्य हो गई? क्यों विज्ञापन मिलने बंद हो गये? क्यों चैनल के एंकर, कैमरामैन, रिपोर्टर बिना वेतन के काम करने को मजबूर कर दिए गए? इसके लिए थोड़ा पीछे जाना पड़ेगा.........

सन 2011
यू पी ए सरकार के खिलाफ रोज़ भ्रष्टाचार के मामले उजागर हो रहे थे। इंडिया अगेंस्ट करप्शन के बैनर तले रामलीला मैदान में धरना प्रदर्शन जोरों से चल रहा था । सोनिया गांधी बेहद खफा थी कि सिर्फ एक न्यूज़ चैनल पूरे सरकार पर भारी पड़ रहा है और उसका एंकर सीधे सीधे सरकार को बर्खास्त करने की मांग कर रहा है
चैनल था टाइम्स नाउ और एंकर था अर्नब गोस्वामी।
उसे चुप कराने में जब कांग्रेस नाकाम रही तो जिम्मेदारी अहमद पटेल और चिदंबरम को दी गई । उन लोगों ने प्रतिद्वंद्वी इंडिया टुडे ग्रुप के मालिक अरूण पुरी से संपर्क किया जो उस समय हेडलाइंस टुडे नामक चैनल चलाते थे मगर चैनल चल नहीं रहा था ।साथ ही सी एन एन आई बी एन के राघव बहल और राजदीप सरदेसाई को भी टैप किया गया । राघव बहल तो तुरंत तैयार हो गए और उन्होंने अर्नब गोस्वामी का काउंटर करना शुरू कर दिया ।मगर अरूण पुरी ने बताया कि उनके पास फंड नहीं है । अगर फंड मिल जाए तो वे पूरे देश में रिपोर्टर भेज कर नये नये प्रोग्राम बना कर यू पी ए का बचाव कर सकते हैं । तो कांग्रेस ने अपने सबसे करीबी बिजनेस मैन कुमारमंगलम बिड़ला को बुलाया और उनसे मदद चाही। चिदंबरम ने हाल ही में उन्हें टू जी स्पेक्ट्रम आवंटन में मदद की थी । बिड़ला तैयार हो गए और उन्होंने इंडिया टुडे ग्रुप के 27.5% शेयर खरीद लिए । तब तक 2012 आ गया और गुजरात में चुनाव की तैयारी शुरू हो गई। अरूण पुरी और राघव बहल ने इशरत जहां एनकाउंटर मामले को तूल देना शुरू कर दिया और एक महिला की जासूसी को स्कूपगेट के नाम से मशहूर कर दिया
लेकिन अफसोस कि नरेंद्र मोदी चुनाव जीत गए और फिर मुख्यमंत्री बन गए
तब 2013 में इस चांडाल चौकड़ी ने मोदी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित नहीं किया जाए इसका अभियान छेड़ दिया । नीतीश कुमार से बयान दिलवाया, फिर झूठा सर्वे करवाया , अमेरिका के सांसद से बयान दिलवाया
लेकिन भाजपा ने मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया।
चुनाव में भी इन लोगों ने हर तरह का कुकर्म किया। केजरीवाल को बनारस में मोदी से आगे बता दिया और प्री पोल सर्वे में यू पी ए सरकार बनने की घोषणा कर दी
मगर मोदी जी जीत गए
अमित शाह शपथग्रहण समारोह के तुरंत बाद इंडिया टुडे ग्रुप और सी एन एन आई बी एन को मजा चखाने पर आमादा थे लेकिन जेटली जी ने बीच बचाव कर मामला शांत करा दिया।
लेकिन मोदी जी गाडफादर के उस डायलॉग के हिसाब से काम करते हैं कि बदला वो डिश है जिसका मज़ा ठंढा करके लिया जाता है ।
तो 2014 में सी एन एन आई बी एन को अंबानी ने खरीद लिया और वह हो गया न्यूज 18 और राजदीप सरदेसाई चीफ एडिटर पद से हो गये बर्खास्त।। राघव बहल चला रहे हैं वेव पोर्टल द क्विंट जिसमें महाराष्ट्र के बीड़ी किंग का पैसा लगा है ।
कुमारमंगलम बिड़ला ने तब तक इंडिया टुडे ग्रुप में और निवेश कर के 50% की हिस्सेदारी प्राप्त कर लिया था।
तभी 2016 में जीओ आ गया और बिड़ला समूह के आइडिया की बैंड बज गयी ।
कुमारमंगलम बिड़ला ने फिर एक बार जेटली जी को पकड़ा लेकिन अमित शाह के डर से बात नहीं बनी और आज आइडिया वोडाफोन की स्थिति ये है कि बैंक का लोन चुकाने के लिए संपत्ति नीलाम करना पड़ रहा है।
लेकिन तब भी अरूण पुरी नहीं सुधरा । उसने कमलनाथ से 180 करोड़ रूपए के इवेंट मैनेजमेंट का करार किया जिसमें आज तक के मंच पर कांग्रेसी नेताओं को बुलाया जाता था और मोदी को गालियां दी जाती थी।अब कमलनाथ भी चले गए
मगर कुमारमंगलम बिड़ला अब सबक सीख चुका है
वह अपने हिस्से को जल्दी जल्दी बेच कर निकल जाना चाहता है ।
देखिए ,आज तक और इंडिया टुडे कब बंद होता है