अंताब जी आपने तो कहा था मैं किसी धर्म को नही मानता,,,,, फिर आपने माहिम दरगाह पर फंसे हजारो शांतिदूत अपने दामाद और जिज्जा लोगो को करीब 40 बसों से उनके उनके घर क्यों रवाना किया,,,,,, फिर भोपली के जे वाली दोगलई तुमहारे गाव में कहा से रेंगने लगी ,,,,,
लगता है सलीम जावेद के पहनाए हुए बिल्ला नंबर 786 का असर आज तक गाव में कुलबुला रही है ,,,,,,
शर्म आती है अंताब जी bsdk आप जैसे दगाबाज हिंदू विरोधी धिम्मी पे ,,,खैर अपन बचपन में इसको हीरो समझा....
लेकिन जे हदामी का पिल्ला निकला ।