क्या इसकी सटीकता हमें लेजर कटिंग की तरफ इशारा नहीं करती ?
क्या नंदी के आभूषणों की हर छोटी डिटेल छेनी-हथौड़ी से संभव है ?
अगर हाँ..तो आज पत्थरों पर ऐसी नक्काशियाँ क्यों नहीं बन पाती ?
सच तो यह है कि वामपंथी इतिहासकारों ने साजिशन हमसे झूठ बोला, हमारी सभ्यता अतीत में आज से कहीं अधिक उन्नत थी ।