कल एक गर्भवती हाथिनी को मार डाला तो शोक मना रहे हो, सही है मानना भी चाहिए,..
पर ये मत भुलना की हजारों गर्भवती गोमाताओ को रोज काटा जाता है.... पर इस विषय पर किसी की भी मरी हुई आत्मा नहीं जागती और किसी भी नेता मीडिया अभिनेता का मुंह नहीं खुलता....
साभार मीडिया हमारा समाज इस पर मुहिम क्यो नही चलाता सभी साले एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं इनको कोई फर्क नहीं पड़ता थू है ऐसी राजनीति करने वालों पर थू......