"ममी" वाला अद्भुत मंदिर - श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर - तिरुचिरापल्ली - तमिलनाडू
१००० साल पुरानी श्री रामानुजाचार्य की "ममी" की होती है पूजा
श्री रामानुजाचार्य के शरीर को बैठी हुई मुद्रा में "ममी" के रूप में सुरक्षित रखा गया है और इनके दर्शन सभी के लिए खुले हुए है | १००० सालो से यह इसी स्वरुप में मौजूद है और पास से इनकी आँखों और नाखुनो को बड़े साफ़ तरीके से देखा जा सकता है |
इनकी रोज़ पूजा नहीं होती बस साल में दो बार कुछ चुनिंदा जड़ी बूटियों से इनके लेप लगाया जाता है | इनके असली होने से बहुत से साक्ष्य मंदिर में मौजूद है जैसे मंदिर के अंदर की कलाकृतिया और इतिहास |
यह विश्व का एक मात्र ऐसा मंदिर है जहा पर इस तरह की "ममी" स्थापित है और जिनकी पूजा की जाती है ।