आश्चर्यजनक और अद्भुत है ग्वालियर के गोपाचल पर्वत - भारतीय कलाकारी का बेजोड़ उदहारण ।
एक ही पर्वत में से काट कर बनाई गयी भगवान् की मुर्तिया ।
गोपाल जैन स्मारक, जिन्हें गोपाचल पर्वत जैन स्मारक भी कहा जाता है, ७ वीं और १५ वीं शताब्दी के बीच जैन नक्काशी का एक समूह है। वे ग्वालियर किले, मध्य प्रदेश की दीवारों के आसपास स्थित हैं। वे तीर्थंकरों को बैठे हुए पद्मासन मुद्रा में और साथ ही कायोत्सर्ग मुद्रा में खड़े होकर जैन प्रतिमा के विशिष्ट नग्न रूप में चित्रित करते हैं ।