यह शिलापकला आज की नहीं बल्कि सेकड़ो वर्ष पहले की है . . .
अब जरा गौर से देखिये आपको इसमें हर एक चीज स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही होगी कैसे इक घोड़सवार सैनिक युद्ध की स्थिति में है और अब सोचिये क्या ऐसी कलाकृति आधुनिक मशीनों के बिना संभव है या नहीं
क्यों हमारे इतिहास और वास्तुकला को दुनिया से सामने नहीं आने दिया गया ।