प्रदीप हिन्दू योगी सेवक's Album: Wall Photos

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हिन्दू धर्म में सावन के महीने का बहुत महत्व है। सावन मास को मनोकामनाएं पूरा करने का महीना भी कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार भोलेनाथ को ये महीना बहुत प्रिय है और जो भी भक्त सावन के महीने में पूरे विधि-विधान से शंकर भगवान की पूजा करते हैं, उन पर भोलेनाथ की विशेष कृपा होती है। सावन के महीने में पड़ने वाले सोमवार का बहुत महत्व माना जाता है।

आज सावन का पहला सोमवार है । पंचांग के अनुसार सावन के पहले सोमवार को विशेष योग बन रहे हैं। सोमवार को श्रावण मास का आरंभ हो रहा है। इस दिन तिथि प्रतिपदा है और वैधृति योग का निर्माण हो रहा है। इस दिन नक्षत्र उत्तराषाढ़ा है। सूर्य मिथुन राशि और चंद्रमा मकर राशि में रहेंगे।

शिव पुराण के अनुसार जो भी सावन माह में सोमवार का व्रत करता है, भगवान शिव उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। मान्यता है कि इस महीने में भगवान शिव की कृपा से विवाह सम्बंधित सभी परेशानियां भी दूर हो जाती हैं। आइए जानते हैं रामचरित मानस में लिखित ऐसी ही एक चौपाई के विषय में।

गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरित मानस में व्यवहारिक जीवन में उन्नति के लिए कई चौपाईयां लिखी हैं। बालकाण्ड की एक चौपाई के अनुसार गोस्वामी तुलसीदास जी ने लिखा है।

जौं तपु करै कुमारि तुम्हारी। भाविउ मेटि सकहिं त्रिपुरारी॥
जद्यपि बर अनेक जग माहीं। एहि कहँ सिव तजि दूसर नाहीं॥

भावार्थ-
यदि तुम्हारी कन्या तप करे, तो त्रिपुरारि महादेवजी होनहार को मिटा सकते हैं। यद्यपि संसार में वर अनेक हैं, पर इसके लिए शिवजी को छोड़कर दूसरा वर नहीं है॥

इस चौपाई में भगवान शिव जैसा वर प्राप्ति की बात कही गई है। जो अविवाहित कन्या शिव जी जैसा वर प्राप्त करने की इच्छा रखतीं हैं, वे शिव की उपासना कर उनके जैसा वर प्राप्ति का आशीर्वाद पा सकती हैं।

विशेष नोट -कोविड-१९ के खतरे को देखते हुए आप सभी से विनम्र निवेदन है कि मंदिरों में भीड़ न लगाएं,जहां तक संभव हो सके तो अपने घर पर ही पूजा करें। कहीं भी आपसी दूरी के नियम का उलघंन न करें ।

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