प्रदीप हिन्दू योगी सेवक's Album: Wall Photos

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#तुलसी_का_पौधा_उगाते_समय_इन_बात्तों_का_रखे_ध्यान:-

तुलसी एक पवित्र जड़ी-बूटी है यह झाड़ी के रूप में उगता है और २ से ३ फुट ऊँचा होता है। इसकी पत्तियाँ बैंगनी आभा वाली हल्के रोएँ से ढकी होती हैं। तुलसी को घर में लगाने से बहरामसी ताजा खुशबू और छोटे फूलो की सुगंध आती रहती है| पौधा सामान्य रूप से दो-तीन वर्षों तक हरा भरा रहता है। इसके बाद इसकी वृद्धावस्था आ जाती है पत्ते कम और छोटे हो जाते हैं और शाखाएँ सूखी दिखाई देती हैं। उस समय उस पौधे को हटाकर नया पौधा लगाने की आवश्यकता प्रतीत होती है।

तुलसी को औषधीय पौधा कहा गया है भारत देश में इस पौधे को पूजा जाता है| आयुर्वेद में तो तुलसी को उसके औषधीय गुणों के कारण विशेष महत्व दिया गया है। तुलसी ऐसी औषधि है जो ज्यादातर बीमारियों में काम आती है। इसका उपयोग सर्दी-जुकाम, खॉसी, दंत रोग और श्वास सम्बंधी रोग के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है|

आइये जानते है कि तुलसी का पौधा लगाते समय किन बात्तो को ध्यान में लाना है-

तुलसी के पौधे को उगाने का उत्तम समय वसंत है| वसंत के आरम्भ में ग्रीन हाउस या घर के अंदर एक तेज धुप वाली खिड़की के पास बीज बोयें|
कुछ जानकारों द्वारा कहा गया है की तुलसी के पत्तों को शिवलिंग पर न चड़ाए क्युकी तुलसी शंखचूड़ राक्षस की धर्मपत्नी थी,जिसे शिव जी ने मारा था|
रविवार के दिन और एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए|
वृद्धा तुलसी को बहते पानी या पवित्र नदी में परवाह कर देना चाहिए और सूखे पत्तों वाली तुलसी को घर में नहीं रखना चाहिए क्युकी ऐसा करने से घर में अशांति का वातावरण हो सकता है|
हमारे बड़े बुजुर्ग प्रतिदिन सुबह तुलसी की आरती पूजन करते है इसके पीछे का कारण है की उस समय श्वास लेने से तुलसी हमारे अंदर के कीटाणुओं को ख़त्म करता है|
वास्तु के अनुसार तुलसी का पौधा उत्तर दिशा या उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए|
यह मन जाता है की तुलसी का पौधा घर से बुरे दोषो को मिटाता है इसीलिए तुलसी के आस पास झाड़ू , कूड़ादान न रखे|

रोजाना २ से ३ पत्तियों का सेवन करने से सर्दी जुखाम जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है|
कुछ सामान्य स्तिथियों में जब कीट हमला करते है तो इसके लिए हमें कीटनाशकों का इस्तेमाल करना चाहिए|
मन में एक सवाल ये भी उठता होगा की तुलसी को विकसित करने के लिए छटाई कब करे तो इसका उत्तर है की तुलसी बढ़ने वाले मौसम में पोधो की पत्तियाँ काट सकते है जिससे की तुलसी का विकास होगा|
अगर ऊपर कही गयी बात्तो का पालन करे तो तुलसी बहुत लाभदायक सिद्ध हो सकती है|

तुलसी का उपयोग करने से हमे स्वास्थ्य लाभ हो सकता है और खासी,जुखाम से राहत मिल सकती है| तुलसी में थाइमोल तत्त्व पाया जाता है, जो त्वचा रोगों को दूर करने में मददगार है| तुलसी का काढ़ा पीने से सिरदर्द से राहत मिलती है| रोजाना १० से १२ तुलसी की पत्ती का सेवन करने से मानसिक तनाव से लड़ने की क्षमता मिलती है और श्वास लेने की दिक्कत भी दूर होती है|