1990 से शुरुआत करके लालू के घोटालों और लालटेन दल की धज्जियां उड़ा दी और बोल रहे थे की यह राजनीतिक रैली नहीं हैं, वैसे सवा लाख करोड़ के पैकेज का पूरा हिसाब दे दिया गया है अब विरोधी हिसाब लगा सकते हैं किन योजनाओं पर काम हो रहा है ।
शानदार और जानदार संबोधन था ।