भारतीय सेना के बिहार रेजीमेंट के जवानों की मार से चीनी सेना और वहां की कम्युनिस्ट सरकार इतनी डर गयी है कि लद्दाख बार्डर पर अपनी सेना के जवानों को ट्रेंड करने के लिए मार्शल आर्ट ट्रेनर नियुक्त करने जा रही है।
सेना के परिजनों के दबाव में अब धीरे धीरे चीनी सरकार ने स्वीकार करना शुरू कर दिया है कि 15-16 जून की रात गलवान वैली में भारतीय जवानों से मुठभेड़ में उसके 55 जवान मारे गये हैं। भारत में मौजूद चीनी एजेंटों को ऐसे ही भौंकने के लिए वहां की सरकार ने नहीं उतारा था! चोट बहुत गहरी लगी है! जय हिन्द!