जब से भारत सरकार द्वारा सोनिया गांधी के परिवार द्वारा चलाये गये तीन ट्रस्ट, राजीव गांधी फ़ाउंडेशन, राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट और इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट की जांच शुरू हुई है, तब से एक से एक बाते पता चल रही है।
वैसे तो यह समझा ही जासकता है कि इन ट्रस्ट में, जिस तरह से आर्थिक अपराधियों और विदेशियों ने बड़े बड़े दान दिए, उससे यह साफ है कि यह ट्रस्ट, सोनिया गांधी परिवार के लिए सफेदपोश घूस लेने का एक महत्वपूर्ण रास्ता था। ये वे ट्रस्ट थे जिनकी तरफ भारतीय शासक, न्यायालय और नौकरशाह देख भी नही सकते थे। इन ट्रस्टों को भारत की सरकारों व मीडिया ने विशेष का दर्जा दिया हुआ था। इन पर किसी का भी प्रश्न करना या फिर इसके क्रियाकलापों पर सोचना भी ईश निंदा की श्रेणी में आता था। अब तक यही रहा है कि जिसने भी इस पर बात की, उसका वही हश्र हुआ है जो मोहम्मद साहब या कुरान पर टिप्पणी करने वालो का होता है।
अब वातावरण बदला है तो भारत की जनता यह जानकर संत्रस्त है की सोनिया गांधी के नियंत्रण की इन ट्रस्टों में, किन किन लोगों से पैसे लिए गए है। इन सारे ट्रॅस्टों में, सोनिया गांधी का अप्रितम ट्रस्ट राजीव गांधी फाउंडेशन है, जिस ट्रस्ट को मनमोहन सिंह की भारत की सरकार ने रोपा और यूपीए के काल मे, सभी कलुषित आपराधिक व्यवसायियों और हिन्दू व भारत विरोधी तत्वों ने सींचा है। इतना ही नही, सोनिया गांधी और उसकी बंटी बबली की टीम, राहुल और प्रियंका ने जबरदस्त तरीके से, अपने सामाजिक दानकर्ताओं को लूटा है।
आज समाचार मिला है कि इस मां बेटे बेटी ने, रायबरेली व बाराबंकी में पुस्तकालय बनाने के लिए बिल गेट्स फाउंडेशन से, 2013 में, 1 लाख डॉलर लिए थे। इसका पता लगने के बाद जब लोगों ने रायबरेली और बाराबंकी में पता किया तो पता चला कि यह परिवार इतना ईमानदार है कि उसने, पुस्तकालय के लिए 1 लाख रुपये रायबरेली में तो दिए लेकिन बाराबंकी को तो फूटी कौड़ी भी नही मिली!
यहां इन ईमानदार चोर गांधी खानदान की तारीफ करनी पड़ेगी की ये हिसाब बड़ा साफ रखते है। बिल गेट से 1 लाख डॉलर मिले और 1 लाख ही रायबरेली में लगा दिए, कहीं कोई हेराफेरी 1 लाख में नही की! सिर्फ डॉलर की जगह, बेचारी रायबरेली की जनता को 1 लाख रुपये दिखा दिए गए। अब यह अलग बात है कि आज के 1 डॉलर की कीमत 75 रुपये है और यह गांधी मां बेटे बेटी, ने बिल गेट्स फाउंडेशन के डॉलर दान में से, 74 लाख रुपये खुद हजम कर लिए!
मैने कफ़न चोर सुने ही थे लेकिन यह सोनिया गांधी और उसके बेटा बेटी, राहुल प्रियंका, मुर्दाखोर है।