ये मूर्तियाँ देख रहे हैं ???
यह सभी प्राचीन मूर्तियाँ भारत से चोरी कर के बाहर विदेशों में करोङों रूपयों में बेची जाती हैं ।
जानते हैं क्यों ???
क्योंकि हम इसी में व्यस्त हैं कि
ब्राह्मण पाखंडी और अत्याचारी होता है ,
धर्म अफीम है ,
हिन्दू धर्म बहुत ही खराब है ,
आओ ताजमहल और पीसा की मीनार देखने चलें ,
मन्दिर तो गधे लोग जाते हैं
इत्यादि इत्यादि ।
जानते हैं इनकी बाहरी बाज़ार में मूल्य क्यों इतना अधिक होता है ???
क्योंकि यह उस बहुमूल्य और अनजाने धातु के बने होते हैं जो आज की metallurgy science के वश का नहीं है ।
आज भी इन मूर्तियों के कई धातुओं का पता Mettalurgist नहीं पता लगा पाते ।
इतनी उन्नत तकनीक थी हमारे पास ।
लेकिन हमें क्या !!!
हम इसी में व्यस्त हैं कि धर्म अफीम है ।