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8- छद्म युद्ध चरण 2
Anti Access/Area Denial
आपको पता ही होगा कि पुराने जमाने में क़िले फ़तह किए जाते थे। क्या ज़रूरत है इतना लड़ने की? क्यूँकि बिना क़िला जीते आप उसके अधीन ज़मीन पर कुछ नहीं कर सकते। ऐसा आज भी होता है बस किलों की जगह चौकियाँ और अड्डे हो गए हैं। मात्र दस किलोमीटर पर क़ब्ज़ा कर आप कई सौ किलोमीटर में घुसने से रोक सकते हो। इसे Anti Access/ Area Denial कहते हैं। यही अकसाई चिन में हुआ है।
किंतु चीन ने इसे एक अलग ही स्तर पे ले जाने का काम कर दिया है। वह इसे ऐसे स्तर पर ले जा रहा है जहाँ दुश्मन लड़ने का ख़याल भी मन में ना ला पाए। उसके मन में ये विचार आ जाए कि लड़ना बेकार है।

इसके लिए चीन ने दो अमरीकी बातें पहचानी जिन पर आक्रमण करना है। १- तकनीकी कौशल २- आर्थिक पराक्रम

इसके लिए उन्होंने ये पहचाना कि उनको आवश्यकता होगी
१- विश्व के सारे data (miltary और civil दोनो) के ऊपर क़ब्ज़े की
२- विश्व के network पर क़ब्ज़े की
३- इस क़ब्ज़े से दुश्मन को दूर रखा जाय। (Denial)

इसके लिए उन्होंने अप्रत्याशित निवेश किया।
१- Artificial Intelligence
२- 5G technology
३- Quantum Computers
४- Networking devices और equipment ( चीन विश्व के 90% PC और 70% mobile बनाता है)

यहाँ उसने दुनिया का सबसे बड़ा खेल खेल दिया।
5G में दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे सस्ती कम्पनी Huawei है। इसको 75 billion $ की सब्सिडी मिलती है। इस कारण विश्व की कोई कम्पनी इससे टक्कर नहीं ले सकती। किंतु जासूसी के दर से इसका विरोध भी हो रहा है। तो इसके लिए पुराना कॉम्युनिस्ट शस्त्र - धमकी का सहारा लिया जा रहा है। चीन ने डेनमार्क को ट्रेड डील ख़त्म करने की धमकी दी, तो जर्मनी को ऑटो इंडस्ट्री को बरबाद करने की धमकी दी। हैरानी की बात है कि इससे ये देश डर भी गए और अपने ही NATO देशों के विरुद्ध सीमित अधिकार Huawei को दे दिए।

एक और बहुत बड़ी घटना 2015 में Amazon Prime Videos के साथ हुई। उन्होंने पाया कि एक छोटी सी microchip जो servers के original board design में नहीं थी वो लगी हुई थी। ये server एक चीनी कम्पनी Elemental Technology द्वारा बनाए गए थे और motherboard Super Micro Computers Inc द्वारा बनाए गए थे। इतना ही नहीं ये टेक्नॉलजी अलिम्पिक खेलों, INternational Space Station , CIA Drones, Defense Data Centres, & US Naval ships में भी इस्तेमाल हुई थी और Amazon द्वारा सप्लाइड थी। Amazon ने ये US अधिकारियों को बताया तो उनके होश उड़ गये।

चीनियों ने अमरीकी सेना, नेवी, space technology सब जगह घुसपैठ कर ली थी। कितना data वो चोरी कर ले गए ये किसी को भी समझ नहीं।
चीनियों ने कितनी घुसपैठ कर ली है
- वो power grid lock कर सकते हैं
- water supply रोक सकते हैं
- वो लड़ाकू विमानों के उड़ते हुए उनके कैमरा से डेटा चुरा सकते हैं।
- उनकी missile की range घटा सकते हैं
आदि आदि
किंतु डेटा का फ़ायदा तब ही होता है जब आप उसकी analysis कर सकते हो। इसके लिए उन्होंने ज़बरदस्त निवेश किया है Artificial Intelligence और Quantum कम्प्यूटर्ज़ में।
और चीन इसमें leader है।

#साभार