चीन के साथ कमांडर स्तर की वार्ता आज चल रही है मित्रों जिसका असफल होने का चांस 90% से ज्यादा है। किसी भी हाल में किसी भी परिस्थिति में चीन का उत्पाद नहीं लेना है। आज से,अभी से ,यह हम लोगों को प्रण लेना होगा। कुछ बंधु गण कहते हैं कि भाई मोबाइल तो आपका चाइनीस है, हां मानता हूं ऐसे कई भाइयों के पास होगा। किंतु जो हो चुका वह हो चुका अब वह गलती दोबारा ना हो, इस बात को अवश्य ध्यान रखा जाना चाहिए।
और मैं अपना व्यक्तिगत विचार आपके सामने रख रहा हूं। मैंने कभी भी, किसी भी हालत में, चीन के सामान को आज तक नहीं पिछले 5 वर्षों से, जब से डोकलाम विवाद पैदा हुआ है, तब से मैंने बहिष्कार किया हुआ है। इसलिए आप लोगों से भी अनुरोध कर रहा हूं, यह हमारी लड़ाई है। यही हमारा बॉर्डर है, जो चीन हमारे बाजार में घुस चुका है उसे हमें अपने घर के अंदर नहीं आने देना है।