सउदी_अरब के प्रोफेसर नासिर बिन सुलेमान उल उमर का कथन है कि भारत_स्वयं_टूट रहा है यहाँ इस्लाम तेज गति से बढ़ रहा है और हजारों_मुसलमान, पुलिस, सेना और राज्य शासन व्यवस्था में घुस चुके हैं और भारत में इस्लाम सबसे बड़ा दूसरा धर्म है। आज भारत भी विध्वंस के कगार पर है। जिस प्रकार किसी राष्ट्र को उठने में कई दशक लगते हैं, उसी प्रकार उसके ध्वंस होने में भी लगते हैं। भारत एकदम रातों_रात समाप्त नहीं होगा। इसे धीरे-धीरे समाप्त किया जाएगा। निश्चय ही भारत नष्ट कर दिया जाएगा।"
भारत_के_हिन्दुओं की स्थिति जल्द ही इराक के यजीदियों की भाति हो जाएगी। भारत में, लगभग 65,000 बच्चें प्रतिदिन का जन्म ले रहे हैं। इनमें से लगभग 40,000 मुस्लिम बच्चें, जबकि हिन्दूओं के बच्चों की संख्या लगभग 15,000 है। अन्य हैं 10000 ।
यानि कुल आबादी के लगभग 20% मुसलमानों ने 80% हिन्दुओं को बच्चों की जन्म दर में पछाड़ दिया। अब जो बच्चे जन्म ले रहे हैं, उनमें मुस्लिम बहुसंख्यक और हिन्दू अल्पसंख्यक। इस हिसाब से 2050 तक भारत में मुस्लिम बहुसंख्यक हो जायेंगे।
आज मुसलमानों की आबादी सरकारी आकड़ों के हिसाब से लगभग 20% के आसपास है, लेकिन असल में ये 25% से पार कर चुके हैं।
सरकारी आंकड़े गलत हैं क्योंकि वहाबी मुस्लिम जनसंख्या गिनती के समय जानबूझकर अपनी असल संख्या को छुपा लेते हैं व दर्ज नहीं कराते। ताकि उनकी जनसंख्या का उनका हथियार छुपा रहे, ताकि काफिर जागरूक न होने पाए।
भारत में सेकुलरिज्म भी तभी तक है, जब तक की हिन्दू बहुसंख्यक है और हिन्दूओं के अल्पसंख्यक होने पर परिणाम क्या होगा। ये हम पाकिस्तान व बांग्लादेश के लुप्तप्राय काफिरों के आकड़ों से समझ सकते हैं।
पाकिस्तान व बांग्लादेश को छोड़िये, वर्तमान कश्मीर से ही सीख ले लीजिये। अन्य राज्य केरल, बंगाल, उत्तर प्रदेश के मुस्लिम बहुल इलाकों का अवलोकन करें, जहां मुस्लिम क्षेत्रों से लगी हिन्दू बस्तियों से काफिरों का लगातार पलायन हो रहा है।
इसके अलावा, जाम्बिया व मलेशिया आदि देशों के भी उदाहरण मौजूद हैं। जैसे ही मुसलमान बहुसंख्यक हुए ये सेक्युलर देश इस्लामिक देश घोषित कर दिए गए।
इसलिए आँख बंद कर लेने से संकट नहीं टलेगा । सोचिये .......