अब घोटालों की आदत पड़ चुकी है तो घोटाले तो होंगे ही। पिता की मौत के बाद ईसाई परम्परा के तहत उनको दफन के बाद उनकी अस्थियां कहाँ से आई। ध्यान रहे कि दाह संस्कार के बाद ही अस्थियां चुनी जाती है उसके बाद उसका विसर्जन किया जाता है।
ये ढकोसले सिर्फ चुनाव में हिन्दू वोटों को साधने के एक तरीका मात्र है