फेसबुक की जगह इनबुक आया है पूर्णतया स्वदेशी है मैं चाहता हू कि आप सब भी इसका इस्तेमाल करें। इनबुक मे बहुत से सुधार की जरुरत है। इनबुक फेसबुक के क्लोन के रूप मे फेसबुक की जगह लेने आया। खेद इस नेटवर्क पर 135 करोड़ लोगों को एक साथ हैंडल करने का है, शायद यह अभी ना कर पाए, पर असम्भव कुछ भी नही है। इसके लिए बैंडविड्थ नही, पूरा का पूरा सॅटॅलाइट चाहिए। जो फेसबुक और गूगल ने स्थापित कर रखे हैं। फेसबुक जैसी सोशल नेटवर्किंग के लिये भारत आत्मनिर्भर हो सकता है किंतु अमेरिका के godaddy और hostgator से होस्टिंग लेकर नही। भारत के कर्णधार वास्तव में इंडियन सोशल नेटवर्क साइट चाहते है तो इनबूक एप्प के साथ ही साथ ताकतवर होस्टिंग सर्वर बैठाने पर ध्यान दें। बाकी तब तक चलाते है।