अच्छी बात है पर भारत को अपनी चौकसी और युद्ध की तैयारी से पीछे नहीं हटना चाहिए ।
क्योंकि
नवनि नीच की अति दुखदाई,
जिमि अंकुस धनु उरग बिलाई।
मतलब जिस प्रकार कोई अंकुश झुकता है तो हाथी को वश में करने के लिए, जैसे कोई धनुष झुकता है तो वह किसी के लिए मृत्यु रूपी बाण छोड़ता है, जैसे कोई सांप झुकता है तो वह डंसने के लिए झुकता है, जैसे कोई बिल्ली झुकती है तो वह अपने शिकार पर झपटने के लिए झुकती है।
इसी तरह नीच, प्रपंची और धोखेबाज़ चीन का आज झुकना कहीं इसका बड़ा हमला करने से पहले भारत को गफलत में डाल कर मूर्ख बनाने की चाल न हो !