कुछ लंपटो की टोली (अधिकांश वामपंथी) हर जाति के कुछ "खल चरित्र" या "बुरे चरित्र" वाले लोगों से उसकी पूरी 'जाति' को ही बदनाम करते रहते हैं उदाहरण देखें -
ब्राह्मण - 'रावण' को ब्राह्मण बताकर सभी ब्राह्मणों को भी रावण जैसा ही बुरा साबित करेंगे जबकि ब्राह्मणों में अनेकानेक अच्छे और सभी जातियों का हित चाहने वाले लोग भी हुए हैं लेकिन ये लंपट उनकी चर्चा भी नहीं करेंगे।
क्षत्रिय - जयचंद, मानसिंह इत्यादि को गद्दार साबित कर संपूर्ण क्षत्रिय जाति को ही ये लंपट गद्दार बताने की कोशिश करेंगे लेकिन क्षत्रिय समाज के बलिदानियों को ये छिपा जाते हैं जिनके कारण आज भी हम अपने आपको 'सनातनी' कहते हैं।
ऐसे ही ये लंपट वैश्य और शूद्र समाज के कुछ बुरे चरित्र के लोगों से संपूर्ण जाति को ही बुरा साबित करने का प्रयास करते हैं। जबकि इन जातियों के अच्छे चरित्र वाले लोगों को ये छिपा लेते हैं।
हमारे आदर्श ऋषि दधिची, चाणक्य, भगवान् राम, श्री कृष्ण, महाराणा प्रताप, भामा शाह, नरेन्द्र मोदी, ऋषि वाल्मिकी और ऋषि व्यास जैसे लोग हैं... कोई "खल चरित्र" या "बुरे चरित्र वाले लोग" बिलकुल भी नहीं....