Sanjay Prakash's Album: Wall Photos

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सुना तो बहुत पहले था परंतु कभी इसके आर्थिक पहलू पर गौर नहीं किया था । अब जाकर सारा मामला साफ होता जा रहा है । बात कर रहा हूँ चाइनीज एप्स की ! चीन अपने देश में किसी भी विदेशी एप्स को चलाने की अनुमति नहीं देता है यहां तक की फेसबुक ट्विटर ,इंस्टाग्राम , गुगल तक को भी नहीं । जबकि वो अपने देश के एप्स को दुनिया भर में चलवाना चाहता है । मुझे तो ताज्जुब इस बात पर हो रहा है कि अमेरिका , भारत , जापान जैसे दिग्गज देशों के एक्सपर्टों का अभी तक इस पर ध्यान क्यों नहीं गया था । खैर जो बीत गई सो बात गई , भारत ने दुनिया के सभी देशों के लिए रास्ता खोल दिया है । चीन की मक्कारी को समझना है तो उसके निर्यात नीती को भी देखना होगा । दुनिया के लगभग सभी जिम्मेदार मुल्कों में ये व्यवस्था है कि अगर " सुरेश" ने "रमेश" से सामान खरीदा तो" सुरेश" "रमेश " को ही भुगतान करेगा , लेकिन चीन में "सुरेश" " रमेश " को आधा भुगतान कर सामान खरीद सकता है बाकि का आधा पैसा "उमेश" गैरकानूनी तरीके से "रमेश" को दे सकता है । मतलब चीनी निर्यातक थर्ड पार्टी पेमेंट भी लेते हैं जिसे वहां की सरकार सही मानती है । ये है चीनियों की मक्कारी । लेकिन अब उम्मीद बंधी है कि देर से ही सही बात निकली है तो दूर तलक जाएगी ।।