मुझे खेद के साथ कहना पड रहा है, नेहरू ने राष्ट्रीय उददेश्यों को बहुत नुकसान पहुंचाया, और ऐसा पहली बार नहीं हुआ था : मौलाना अबुल कलाम आजाद
1. नेहरु ने खंडित/स्वतंत्र भारत का संविधान अपनी सोच मानसिकता के आधार पर बनवाया था
हम, भारत के हिंदू नही लिखवाया बल्कि हम, भारत के लोग लिखवाया।
2. किसी स्वतँत्र देश का पहला गवर्नर जनरल माउँटबटेन विदेशी था ,कारण आप सब जानते हैँ
मिसेस माउँटबटेन का नाम लेना नहीँ चाहता
3. नेहरु ने देश विभाजन का केन्द्र रही अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को पाकिस्तान नही जाने दिया।
4. नेहरु ने विभाजन के दोषी समुदायों को अल्पसंख्यक शब्द का सहारा लेकर धारा 29 व 30 में शिक्षा के क्षेत्र में विशेषाधिकार दिये।
5. नेहरु की सोच थी कि जो मुस्लिम यहां रह गये हैं उनकी सोच मिल जुलकर प्रेम भाव और भाई चारे से रहने की है जबकि 66 years में हजारों बार दंगे किये हैं।
6. नेहरु ने मुस्लिम लीग से गठबंधन किया। पत्रकारों द्वारा पूछने पर उत्तर दिया मुस्लिम लीग का संविधान और घोषणापत्र मलयालम में था जिसे उन्होंने नही पढ़ा.
7. 1947 में स्वतंत्र होते ही ईसाई मिशनरी अपने अपने देश जाने की तैयारी करने लगे किंतु नेहरु ने उन्हें यहीं रहने दिया और धर्मांतरण की अनुमति दी.
8. नेहरु ने तिब्बत को चीन का स्वायत्तशासी राज्य मानकर स्वतंत्र देश तिब्बत का अस्तित्व समाप्त कर दिया।
और ये सब हुआ उस अय्याश नेहरु के कारन
अरून शुक्ला जी