कुछ दिनों पहले हिंदुस्तान पेपर में एक खबर छपी थी कि सात साल की अनाथ बालिका जिसका नाम रिमझिम शर्मा है वो मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से मिलकर उनको वो खड़ाऊ देना चाहती है जो उसके दिवंगत पिता ने मुख्यमंत्री को देने के लिए रखा था,
रिमझिम शर्मा के पिता एक हस्त शिल्पी कारीगर थे और बिजली विभाग के संविदाकर्मी थे जिनकी मृत्यु कुछ दिनों पहले करेंट की चपेट में आने से हो गई थी , रिमझिम की मां का देहांत बहुत पहले हो चुका है !!
अखबार की इस छोटी सी खबर पर किसी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथजी का ध्यान नहीं दिलाया, बल्कि योगी आदित्यनाथजी ने खुद इस खबर को पढ़कर अखबार के कार्यालय पर मुख्यमंत्री कार्यालय से संपर्क कराया और रिमझिम को आज मुख्यमंत्री आवास पर बुला लिया,
जहां उसकी इच्छा पूरी करते हुए उसके पिता के बनाए खड़ाऊ को स्वीकार किया तथा रिमझिम को पांच लाख रूपए अपने व्यक्तिगत एकाउंट से देने के साथ ही उसके नाम पर पांच लाख रुपए जमा कराए और उसके आगे की पढ़ाई का सारा खर्च उठाने की इच्छा जताई !!
इस मानवीय संवेदना से भरे महान कार्य के लिए योगी आदित्यनाथजी को एक धन्यवाद तो बनता है है सभ्य समाज की तरफ से...