ये हमारा आधुनिक समाज किस ओर जा रहा है?? पिता ने खेलने से रोका तो तलवार से सर अलग कर दिया। ये कैसा मानसिक दिवालियापन है? जो रिश्तों को खोखला कर रहा है। क्या हम सही समाज का निर्माण कर रहे हैं?? हम आगामी पीढ़ी को कैसा समाज देने जा रहे हैं यह चिंतन का विषय हो गया है।