जब भारत में इटालियन सरकार थी उस समय की बरखा दत्त .और अब मोदी सरकार के दौर की बरखा दत्त ......पहले भारत की सेनाये बरखा दत्त को अटेंड किया करती थी .अर्थात सेनाओं के संसाधन बरखा दत्त के लिए उपलब्ध कराए जाते थे .....पहले सेनाओं के फौजी सरकारी दबाव में बरखा को अटेंशन देते थे ...अब एक लोकल कुत्ता पीछे से सूंघ रहा है !