धर्मो रक्षति रक्षिता ,,,जो धर्म की रक्षा करते हैं धर्म उनकी रक्षा करता है, गर्व से कहो हम हिंदू आर्य हैं कोई छोटा बड़ा नहीं, ब्राह्मण, क्षत्रिय ,वैश्य, शूद्र चारों भाई हैं निज गुण कर्म स्वभाव से चार वर्ण है ईश्वर परमात्मा के बनाए हुए हैं कोई छोटा और बड़ा नहीं है, शरीर पूज्य नहीं, पूज्य कर्म होते हैं ,कर्मों से इंसान महान बनता है, जन्म से नहीं,,, चारों भाई मिलकर बोलो सत्य सनातन वैदिक हिंदू धर्म की जय ,वंदे मातरम ,भारत माता की जय,,,,,