ये जातिवाद का कीड़ा पूरे देश को खा जाएगा ...सिस्टम ध्वस्त कर देगा
ये कीड़ा 90% हिंदुस्तानियों में पाया जाता है(आंशिक या वृहद रूप से) कुछ उदाहरण से समझिए
यूपी चुनाव के बाद सिन्हा जी मुख्यमंत्री बनते बनते ....नही बन पाए और बन गए योगी जी
तब से अधिकतर भूमिहार बंधुओ ...के योगी जी दुश्मन हो गए !
बाहुबली अनंत सिंह आज लाखों भूमिहारों के आदर्श हैं (जिसमें मेरा सबसे प्रिय मित्र भी शामिल है)....!
आनंदपाल की हत्या के बाद राजपूत बंधुओं का नंगा नाच पूरे देश ने देखा !
जादो जी लोगों का तो बात ही का करना...!!
बात करते हैं अपने कुछ स्वजातीय ब्राह्मण बंधु लोगों का ...विकास दुबे का घर गिरा दिया?
उसके परिवार की बेघर कर दिया?
तो हे इंसान के रूप में राक्षस भाइयों एक बात का जवाब देना ?
दुबे को जिस केस में पकड़ने या तथाकथित इनकाउंटर करने पुलिस गयी थी वो केस भी एक ब्राह्मण बंधु का ही था.... वो भी शायद दुबे ( उसी का चचेरा भाई)ही?
उसी आतंकवादी दुबे ने एक ब्राम्हण मंत्री समेत 60 ब्राम्हणों की हत्या भी की!
जो DSP (मिश्रा) साहब टीम को लीड कर रहे थे वो भी ब्राह्मण ही थे ....जो अपने शौक से नहीं बल्कि सरकारी आदेश को पूरा करने के लिए अपने ड्यूटी पर गए थे.... वहाँ जाना उनका कर्तव्य था बल्कि और खुल के कहें तो मजबूरी थी !
अब उस आतंकवादी दुबे को देखिए.... घटना से स्पष्ट है कि उसको पुलिसिया दबिश की खबर लग चुकी थी...यदि वह चाहता तो भाग सकता था (संभव है भाग भी गया हो)
परन्तु उसने भागा नहीं ....उसने पूरा प्लान बनाया... जेसीबी लगाकर पहले पुलिस का रास्ता रोक दिया फिर अपने किले के ऊपर बने मोर्चों से पुलिस पर अंधाधुंध फायर खोल दिया
Dsp साहब को खींच के सिर में गोली मारा.... बाकी पुलिस वालों को भी अनगिनित गोलियां मारा!
सोचिए उसने एक तरह से पूरे पुलिस, सरकार को चुनौती दिया ...उसने ऐसा क्यों किया? जबकि वह भाग सकता था? (शायद बाहुबल के हनक में या शायद विनाशकाले विपरीत बुद्धि )
प्रसाशन ने उसके किले के बाहरी दीवार गिरा दिया... उसके कुछ अवैध कब्जाए गाड़ियों को रौंद दिया ...तो कुछ को ये लग रहा कि उसका परिवार बेघर हो गया?
(हालांकि उसकी अनंत संपति अभी जस की तस है)
लेकिन उन्ही मूर्खों को ये न दिख रहा ...उस dsp और शहीद बाकी पुलिस वालों का घर कौन चलाएगा?
उनके बीवी बच्चों का घर कौन बनाएगा?
तो हे असुर बंधुओं तुम्हारी आत्मा या तो मर गयी है ....या तुम अब मनुष्य नहीं रहे
(जिन जातिवादी कीड़ो को ये लग रहा कि ये किस काननू में है, उनको बता दूं ऐसा ही बवंडर लोग उठा रहे थे ...CAA विरोध के नाम पर आगे लगाने वाले आतंकियों के समर्थक कि संपत्ति जब्त करना किस कानून में है ....तो हे मुर्खाधिराजों सब के लिए कानून है बस अमल करने वाले में गुद्दा होना चईये)
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