सन 1986 के बाद 34 वर्षों बाद शिक्षा नीति व शिक्षा व्यवस्था में स्वागतयोग्य बदलाव
झारखंड। गिरिडीह भाजपा SC मोर्चा जिलाध्यक्षकामेश्वर पासवान ने देश के सर्वांगीण विकास में सरल शिक्षा व्यवस्था एवं उत्कृष्ट नीति की भूमिका अहम होती है जिसके बगैर शिक्षित व समृद्ध देश की परिकल्पना निरर्थक है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री *आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी* के ऐतिहासिक निर्णय और दूरदर्शिता से शिक्षा नीति में जो बदलाव किया गया है वह स्वागतयोग्य है। इस बदलाव से ना केवल शिक्षा व्यवस्था सुदृढ़ होगी अपितु देश के सभी बच्चे आत्मनिर्भर बनेंगे।
नई शिक्षा नीति में स्कूल के बस्ते, प्री प्राइमरी क्लासेस से लेकर बोर्ड परीक्षाओं, रिपोर्ट कार्ड, यूजी एडमिशन के तरीके, एमफिल तक जो बदलाव किए गए हैं इसका सीधा प्रभाव शिक्षा व्यवस्था और आम जनमानस की बेहतरी पर पड़ेगा।
स्कूली शिक्षा, उच्च शिक्षा के साथ कृषि शिक्षा, कानूनी शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा और तकनीकी शिक्षा जैसी व्यावसायिक शिक्षाओं को इसके दायरे में लाने का मकसद छात्रों को पढ़ाई के साथ साथ किसी लाइफ स्किल से सीधा जोड़ना है जो माननीय प्रधानमंत्री श्रधेय श्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शिता का परिचायक है।
आर्ट, म्यूजिक, क्राफ्ट, स्पोर्ट्स, योग आदि जिसे अतिरिक्त पाठ्यक्रम माना जाता था, अब मुख्य पाठ्यक्रम का हिस्सा बनने से देश के युवा पीढ़ी आत्मनिर्भर होंगे जो एक सराहनीय कदम है।
देश की जीडीपी का 6% शिक्षा पर खर्च करना जो अब तक 4.43% ही था और मानव संसाधन विकास मंत्रालय को शिक्षा मंत्रालय का नाम देना भी महत्वपूर्ण बदलाव का एक हिस्सा है।
उक्त ऐतिहासिक बदलाव के लिए भाजपाअनुसूचित जाति मोर्चा जिला कमिटी, गिरिडीह इकाई देश के उत्कृष्ट प्रधानमंत्री को बधाई देती है साथ ही उनके निर्णयों का हार्दिक स्वागत करती है।