अजीब विडंबना है क़ि जिन्होंने Emergency लगाई, बेगुनाहों को जेलों में ठूँसा, कुँवारों की नसबंदी की और लोकतंत्र का बलात्कार किया..आजकल वो ही पार्टी और उनके उतराधिकारी जीभ पर तख़्ती लटकाकर घूम रहे हैं कि लोकतन्त्र बचाना है
तलवार और गर्दन में यारी कभी भी संभव नहीं है
जय हिन्द
#Emergency1975HauntsIndia