अगर भारत में ही आप आन लाइन चॉकलेट गोली बिस्किट आर्डर करे तो कम से कम एक हफ्ता लग जाता है मगर मोदी जी का जलवा देखिये वो एक हफ्ते में अमेरिका को आर्डर कर होवित्जर तोपो के लिए गोला बारूद बुलवा लेते है।
भारतीय सेना ने अमेरिका से हॉवित्जर तोपों के लिए एक्सकैलिबर गोला-बारूद खरीदने के लिए अमेरिकी हथियार निर्माता कंपनी होवित्जर को 19 जून को ऑर्डर किया था जिसकी आपूर्ति रविवार को हो गई है। इस एक्सकैलिबर गोला-बारूद को अमेरिका ने अफगानिस्तान पर सटीक निशाना साधने के लिए विकसित किया था, जहां वह करीब दो दशकों तक युद्ध लड़ता रहा। इन गोला बारूद का इस्तेमाल हवा के साथ-साथ बंकर जैसे मजबूत ढांचों को भी तबाह करने में किया जा सकता है।
भारत के पास अमेरिका निर्मित एम-777 अत्यंत हल्की होवित्जर तोप है जिससे एक्सकैलिबर गोलों को दागा जा सकता
इनकी यह भी खासियत है कि घनी आबादी के पास किसी अन्य को नुकसान पहुंचाए बिना दुश्मन के ठिकानों को तबाह कर सकते हैं।
भारतीय सेना ने इसीलिए लंबी दूरी तक मार करने के लिए गाइडेड गोला-बारूद खरीदे हैं। जीपीएस से लैस ये तोप के गोले 50 किलोमीटर दूर से दुश्मन के ठिकानों को तबाह कर सकते हैं।
असल में हुआ ये की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक संघर्ष होने के बाद केंद्र सरकार ने तीनों सेनाओं को 500 करोड़ का इमरजेंसी फंड जारी कर दिया। इस बीच एक बैठक में सेना के अधिकारियों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सामने अमेरिका से गाइडेड गोला-बारूद खरीदे जाने का प्रस्ताव रखा जिसे तुरन्त मंजूर कर लिया गया और 19 जून तक सारी प्रक्रिया पूरी कर अमेरिकी कम्पनी को आपूर्ति के लिए आर्डर भेज दिया गया था।
सन्देश - आपके मधुर सम्बन्ध कठिन से कठिन कार्य को आसान बना कर आपको किसी भी क्षेत्र में बुलन्दी पर पहुंचा सकते है बशर्ते आप उन्हें निष्ठा के साथ निबाहने की खासियत रखते हों। शस्त्र आपूर्ति की यह विलक्षण घटना मोदी जी के विदेशो से आत्मीय सम्बन्धों की देन है।
Jitendra Jain