अयोध्या में 15 सदस्यों की एक टीम मंदिर निर्माण में बने पत्थरो की सफाई के लिए आ गयी है। इस जटिल कार्य मे पत्थरो को चमकाने में 4 माह लगेंगे। कोरोना के प्रकोप में भी श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के माध्यम से रामलला के मंदिर निर्माण में कोई विलंब नही होने वाला। 2022 फरवरी तक मंदिर निर्माण कार्य पुरा करने का लक्ष्य रखा गया है।