एक अनोखा मामला पोलेंड में भगवान श्रीकृष्ण पर हुआ केस।
दरसल हुआ ये की हिन्दू धर्म के बढ़ते प्रभाव के कारण पोलैंड में कृष्ण भक्त बहुत तेजी से बढ़े, मूलतः इसका प्रमुख कारण इस्कॉन टेम्पल है।
इस्कॉन कृष्ण भक्तों की एक संस्था है जिस पर वहाँ की ईसाई ननों ने ये कह कर मुकदमा दर्ज करवाया की ये लोग कृष्ण का जरूरत से ज्यादे महिमा मंडन कर रहे हैं , जिसने 16 सौ शादियाँ कर रखी हों वो छोट कैरेक्टर का है उसका इस प्रकार से महिमा मंडन सही नहीं है।
इस पर विरोधी पक्ष के वकील ने वहाँ उपस्थित ननों से उनके नन बनने से पहले ली गयी प्रतिज्ञा को दोहराने को कहा,
जिस पर ननों ने अपनी आपत्ति और असमर्थता जताई।
पर प्रतिवादी वकील ने जज से आज्ञा ले कर उनकी उस प्रतिज्ञा को पढ़ कर सुनाया।
प्रतिज्ञा ये थी :- मैं अपने को सशरीर जीसस को सौंपती हूँ और आजीवन उन्ही को अपना पति मानती हूँ इसके बाद मैं कभी भी अन्य पुरुष की ओर ना तो आकर्षित होऊँगी और ना ही विवाह करूँगी।
इसको पढ़ने के बाद कोर्ट में सन्नाटा मच गया।
उस सन्नाटे को चीरते हुए वकील ने कहा, श्रीकृष्ण पर तो सिर्फ आरोप है कि उन्होंने 16सौ विवाह कर रखे थे, परंतु अभी विश्व में 10 लाख नन्स ऐसीं हैं जिन्होने जीसस से अपनी मर्जी से विवाह कर रखा है, और भविष्य में ना जाने और कितनी ननें होंगी जो जीजस से विवाह करेंगी।
इस हिसाब से तो जीसस का करेक्टर हजार गुना श्रीकृष्ण से खराब है।
इतना सुनते ही जज ने पूरे मामले को तत्काल ही खारिज कर दिया।
जय श्री कृष्णा