#पहली_बार 1974 में #जनसंघ ने #डा_सुब्रमण्यम_स्वामी को #राज्यसभा भेजा...!
राज्यसभा में डा स्वामी ने पहला ही सवाल इंदिरा से पूछा...कि आपकी बहु के पास इटालियन(विदेशी)
नागरिकता है,फिर आपने उन्हें जनरल इंश्योरेंस कंपनी की एजेंसी कैसे दे दी...जबकि यह केवल भारतीय नागरिकों को ही मिल सकती है...यह साफ तौर पर फेरा का उल्लंघन है...?
स्वामी ने संसद के अंदर वो सारे दस्तावेज पेश किए,जिससे साबित होता था कि सोनिया के पास उस समय तक इटली की नागरिकता थी...स्वामी जी के इस सवाल पर "इंदिरा गांधी" संसद के अंदर बौखला उठी...कांग्रेसी सांसदों ने हंगामा मचा दिया...संसद को ठप कर दिया...
इंदिरा ने इसे खुद पर व्यक्तिगत हमला बताया...लेकिन अगले दिन इंदिरा ने सच को स्वीकार किया और कहा कि मुझसे गलती हो गई...डा स्वामी द्वारा इस बारे में बताए जाने पर "सोनिया गांधी" के इंश्योरेंस की एजेंसी निरस्त कर दी गई है...
उस दिन पहली बार संसद के अंदर इंदिरा की स्वीकृति के कारण "सोनिया गांधी" अर्थात # एंटानीयो_मोनियो बेनकाब हुई...#कोपी