इनसे मिलिए ये हैं 13 वर्ष तक समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव जी के सच्चे सिपाही रहे, मुरादाबाद निवासी #विशम्भर_यादव जी और इन्होंने अपने सीने तक पर अखिलेश जी का नाम परमानेंट गुदवाया था। जो फोटो में दिखाई भी दे रहा है।
पर इन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
और इनका गुनाह ये था कि इन्होंने हिन्दू होने के नाते #मोमिनों की सच्चाई फेसबुक पर उजागर कर दी।
बस फिर क्या था अखिलेश जी का #मोमिन_प्रेम जाग गया और एक अपने ही कुल के #यादव_हिंदू को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
मेरा तात्पर्य ये है कि मेरे #यादव_भाइयों राजनीति में आप सिर्फ सपा का वोटबैंक हो और कुछ नहीं।
मोमिन आपसे कहीं आगे हैं सपा में। जागो और जातिवाद से ऊपर हिंदुत्व का साथ दो