एक नेता की जब विश्वसनीयता खत्म होती है तो वह मजाक का पात्र बन जाता है
आज केजरीवाल जी को कोरेना हुआ है और उन्होंने खुद को घर में सेल्फ क्वारनटिन कर लिया है लेकिन आम जनता में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है जो उनके आगे की राजनीतिक भविष्य के लिए शुभ नहीं है
जनता के मध्य होने वाली चर्चा कुछ हद तक सही भी है
आखिर जो आदमी 3 महीना के लॉक डाउन में एक भी दिन अपने घर से निकला नहीं कहीं भी किसी भी पब्लिक प्लेस पर नजर नहीं आया इतने कड़े सुरक्षा व्यवस्था में रहता है उसको कोरोना कैसे हो सकता है।
दूसरा शक यह जा रहा है ये बिमार लोगों को होम क्वारनटिन रहने की सलाह दे रहे हैं उसको सही साबित करने के लिए यह ड्रामा कर रहे हैं।
तीसरा कारण यह भी हो सकता है की ये दिल्ली की व्यवस्था संभालने में असमर्थ महसूस कर रहे हैं अपने आपको तो मैदान छोड़ दिए हैं इस बिमारी के बहाने..