हाँ यह कोई पेंटिंग नहीं है यह 1800 साल पुराने एक हिन्दू मंदिर के स्तंभ पर उकेरा गया है । जब दुनियाँ प्राकृतिक रंगों से पत्थरों पर चित्र बना रही थी तब हमारे पूर्वजों ने पत्थरों पर ही 3D नक्काशियाँ कर डाली । हम तथाकथित मॉडर्न लोग केवल 3D फिल्में बना सकते हैं पत्थरों पर 3D नक्काशियाँ नहीं ..