नेपाल के लोगों के पास एक बेहद खास हथियार होता है जिसका नाम है खुखरी। ये बेहद तीक्ष्ण होता है। इतना ही नहीं इसका एक वार बड़े भैंसे की गर्दन भी उतार सकता है। इस खुखरी की अपनी अलग एक विजय गाथा है। शायद आपको जानकारी होगी कि भारतीय सेना में एक रेजीमेंट है जिसका नाम है गोरखा रेजीमेंट। यह वही गोरखा रेजीमेंट है जिसने 1971 के युद्ध में पूर्वी पाकिस्तान के सैनिकों को अपने घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था।
जब आप गोरखा सैनिकों की वीरता के इतिहास को पड़ेंगे तो आप इस खुखरी की प्रशंसा किए बिना नहीं रह पाएंगे। यह वही खुखरी है जिसने राइफल की गोलियां खत्म हो जाने के बाद गोरखा सैनिकों का साथ दिया था। इस खुखरी की मदद से एक-एक गोरखा सैनिक ने 10-10 पाकिस्तानी सैनिकों की गर्दनें उड़ा दी थीं।
यह खुखरी इतनी महंगी भी नहीं है कि आप इसे अपने पास न रख पाएँ।
इसे किसी भी लौहकार से आसानी से बनवाया जा सकता है। आत्मरक्षा के लिए यह एक बेहतरीन हथियार है जो कि आपके दुश्मन को एक झटके में समाप्त करने की क्षमता रखता है।
यदि आप इसे अपने लौहकार से नहीं बनवा पाते हैं तो आप इस नेपाली भाई से संपर्क करके इसे हासिल कर सकते हैं...