अचानक शेखर गुप्ता को मीडिया की आज़ादी पर प्रश्न चिन्ह दिखने लगा !! और वो भी इनके प्रिय राज्य बंगाल में ।यह आदमी एडिटर्स गिल्ड का अध्यक्ष है । इसने अर्नब गोस्वामी , सुधीर चौधरी ,अमिश देवगन पर हुए मुकदमों पर कुछ नहीं कहा । लेकिन जैसे ही बंगाल के सबसे बड़े अखबार आनंद बाजार पत्रिका के संपादक को पुलिस ने प्रताड़ित किया और ममता बनर्जी ने सरेआम बेइज्जती की ,स्थिति ये है कि संपादक महोदय ने इस्तीफा दे दिया , वैसे ही साथी कामरेड के लिए चिंतित हो गए शेखर गुप्ता जी । ममता बनर्जी ने क्यों संपादक महोदय को हड़काया? तो संपादक महोदय की गलती ये हुई कि उन्होंने कोरोना और अम्फान के नियंत्रण में ममता बनर्जी को फेल घोषित कर दिया । अभी तक दीदी को मीडिया कामयाब मान रहा था लेकिन जब सबसे लोकप्रिय अखबार के 62 वर्षीय संपादक को पुलिस थाने में पूछताछ करने के लिए बुलाए तो ये तो हद हो गई !!!
अब ये घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं