हनुमानजी जब संजीवनी बूटी लेने जा रहे थे तब कालनेमी नामक राक्षस भगवा वस्त्र पहनकर सन्यासी के भेष में कुछ घंटों के लिए उन्हें भ्रम मे डाल दिया था।
यह सभी वही कालनेमी राक्षस है।
हनुमानजी की आंखें तो कुछ घंटों बाद खुल गई थी आप सब अपनी आंखें खोलिए और इन कालनेमी धूर्तो को पहचानिए।