विवेक कुमार जाटव दफ्तर से घर लौट रहा था, रास्ते में उसकी बाइक एक कार से टकरा गई और वह सड़क पर गिर गया, कार सवार आदिल, सलमान और मोहसिन ने उसे मारा, जमीन पर पटका बेल्ट से गला घोंटा जबतक विवेक मर नहीं गया,
परंतु अमेरिका में एक अश्वेत की हत्या का सहारा लेकर भारत में वैसी ही हिंसा अराजकता लूटमार और दंगों की मांग करने वाले क्रिस्लामोकॉमि कभी भी शान्तिदूतों द्वारा आये दिन अंजाम दी जानेवाली हिंदुओं की इन बर्बर हत्याओं के विरुद्ध मुंह नहीं खोलेंगे, क्योंकि उनका उद्देश्य किसी को न्याय दिलवाना नहीं अपितु किसी भी प्रकार देश के पूरे संघीय ढांचे व् कानून व्यवस्था को ध्वस्त कर गृह युद्ध जैसे हालात बनाकर गज़वा ए हिंद को अमल में लाना है