Ghanshyam Prasad's Album: Wall Photos

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अमेरिका की जनरल इलेक्ट्रिक और स्वीडन की सीमेंस हाई एंड और बेहद महंगे वेंटिलेटर बनाती थी इसमें कोई शक नहीं है कि इनके वेंटिलेटर में सारे फंक्शन होते हैं और इनकी कीमत भी 20 लाख से शुरू होती है जो 40 लाख तक जाती है

सेकंड क्वालिटी में जर्मनी की बॉस कंपनी वेंटिलेटर बनाती है उसके अलावा चाइना की तमाम कंपनियां भी वेंटिलेटर बनाती हैं

इस वक्त पूरे विश्व में वेंटीलेटर की बहुत बड़ी कमी है कंपनियां अपने आर्डर पूरे नहीं कर पा रही है

और सबसे बड़ी तकलीफ है कि कोई भी कंपनी सारे पुर्जे खुद नहीं बनाती बल्कि उसका डिस्प्ले एलजी या सैमसंग कंपनी से लिया जाता है उसका मदरबोर्ड किसी और कंपनी का होता है उस में लगने वाले तमाम सेंसर कोई और कंपनी बनाती है यह यह सभी कंपनियां विश्व के तमाम देशों में स्थित कंपनियों में से तमाम कलपुर्जे खरीद कर अपने यहां असेंबल करके वेंटिलेटर बनाती है

फिर लॉकडाउन लगा ..सारी फ्लाइट्स बंद हो गई सब कुछ बंद हो गया तो इन कंपनियों ने वेंटिलेटर बनाना भी बंद कर दिया क्योंकि इनके पास तमाम देशों से कलपुर्जे नहीं आ रहे थे

गुजरात की एक कमेटी ने राज्य सरकार से सिफारिश किया कि गुजरात सरकार को अविलंब 500 वेंटीलेटर कहीं भी कैसे भी करके किसी भी कीमत पर खरीदना होगा

गुजरात सरकार ने इंटरनेट पर ग्लोबल टेंडर भी निकाला लेकिन कोई भी कंपनी उस टेंडर को नहीं भर सकी क्योंकि किसी के पास वेंटिलेटर नहीं था फिर राजकोट के सीएनसी मशीन बनाने वाले ज्योति सीएनसी लिमिटेड कंपनी के मालिक प्रदुमन सिंह जाडेजा ने जब अखबारों में और चैनलों पर यह खबर देखी तब उन्होंने अपने कारीगरों को से चर्चा किया फिर उन्होंने एक डॉक्टर मित्र के हॉस्पिटल में जाकर वेंटिलेटर देखा और उस वेंटिलेटर पर आरएंडी करके अपना एक कामचलाऊ वेंटीलेटर बनाया उन्होंने पहले ही कहा था कि हम कुल 3 वेंटिलेटर बनाएंगे जिनका नाम होगा धमन 1, धमन 2 और 3 और धमन 3 उनका सबसे हाई एंड हाई क्वालिटी का वेंटिलेटर बनेगा लेकिन वह तब बनेगा जब अमेरिका और जर्मनी से सारे पुर्जे उन्हें मिल जाएंगे तब तक उन्होंने जो वेंटीलेटर बनाया था वह व्यक्ति को सांस लेने में मदद करेंगे लेकिन उसमें कुछ सेंसर नहीं होंगे क्योंकि वह सेंसर विदेशों से नहीं मिले थे

उन्होंने पहले 50 वेंटीलेटर गुजरात के अस्पतालों में मुफ्त में दिया एक स्पेशल कमेटी ने उनकी जांच भी की केंद्र सरकार ने भी वेंटिलेटर की जांच की और मेडिकल इक्विपमेंट को सर्टिफाइड करने वाली संस्था ने भी जांच करके यह बता दिया ऐसे वक्त में जब भारत में वेंटिलेटर नहीं मिल पा रहे हैं तब यह वेंटिलेटर मरीजों की जान बचाने में काफी मदद करेगा

शुरू में अहमदाबाद में कोरोना तेजी से फैला उसका कारण तबलीगी जमात रहा क्योंकि तबलीगी जमात ने यहां पर कई मीटिंग की थी धीरे-धीरे गुजरात सरकार ने स्थिति को कंट्रोल में ला दिया

आज गुजरात का रिकवरी रेट काफी बेहतर है

वहीं केजरीवाल सोते रहे हर रोज सारे टीवी चैनलों पर तीन-तीन घंटे का पेड़ प्रेस कॉन्फ्रेंस करते रहे तमाम प्रचार देते रहे

अब खुलासा यह हो रहा है कि दिल्ली में मुख्यमंत्री कार्यालय को तमाम अस्पतालों ने पत्र लिखा था कहीं से भी आप वेंटिलेटर की व्यवस्था करिए और राजकोट की कंपनी ज्योति सीएनसी से भी आप वेंटिलेटर खरीदीये ताकि कम से कम आदमी को जिंदा तो रखा जा सके लेकिन केजरीवाल ने जानबूझकर वेंटिलेटर इसलिए नहीं खरीदा क्योंकि कई टीवी चैनलों पर आम आदमी पार्टी के नेता और प्रवक्ता उसी वेंटीलेटर के बहाने बीजेपी सरकार पर और मोदी पर तमाम आरोप लगाए थे

इसलिए केजरीवाल यह सोचकर वेंटिलेटर नहीं खरीदा कि यदि वह वेंटिलेटर खरीदेगा तब उसे राजनीति करने का मौका नही मिलेगा

अब दिल्ली में लोग मर रहे हैं तड़प रहे हैं हजारों वीडियो सामने आ रहे हैं कि मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं

कोई बात नहीं दिल्लीवालों बिजली और पानी का बिल 100 रुपये कम आ रहा है ना
#जितेंद्र_सिंह जी द्वारा