दक्षिण अफ्रीका में 85% आबादी ईसाइयो की है वहाँ लोग भूखे मर रहे है पर चर्च वहाँ सेवा नही कर रहा है क्यो? भारत मे आदिवासी छेत्रो में ही क्यो घुसा पड़ा है चर्च ओर उसके टुकड़ो पर पलने वाले संगठन जवाब तो दे।
दक्षिण अफ़्रीका को पूरा धर्मान्तरित कर ईसाई बना डाला और उसे अब भूखा मरता छोड़ आया चर्च ,क्यो की चर्च का उद्देश्य सेवा नही धर्मान्तरण कर ईसाइयो की संख्या बढ़ाना ओर उस छेत्र की भूमि पर चर्च खड़े करना है और वहाँ की जमीन जंगल राजनीति संस्थान अपने कब्जे में लेना ही चर्च का उद्देश्य रहता है,
अफ्रीका भूखे मर रहा है मिट्टी और मैदे को मिलाकर रोटी बनाकर खा रहे है पर चर्च वहाँ सेवा नही कर रहा ,चर्च भारत मे जुटा है कुछ बिकाऊ धर्मद्रोहियो को पेसो से खरीद कर उनके ही समाज की बोली लगवा कर धर्मान्तरण में लगा चर्च।
दक्षिण अफ्रीका के इन गरोबो के धर्मान्तरण के बाद अब इनकी सुध लेने क्यो नही जा रहा,,चर्च ओर उसके टुकड़ो पर पलने वाले संगठन जवाब तो दो।