अमेरिका ही नही भारत के साथ खड़े है कई ओर देश ,
भारत हर मोर्चे पर सफल होगा अपनी कूटनीति से ।
ये 1962 वाला भारत नही है जो चीन को समाझने में भूल कर दे अगर वो युद्ध की तैयारी कर रहा है तो देश मे अगले कुछ महीनों या दिनों में बड़े स्तर पर युद्ध की तैयारियों में है ।
चाइना के लाख कहने पर भी रूस ने भारत से अपने सम्बंध खत्म नही किये और विमान डील भी की ओर हथियारों की डील भी सफल की ।
सभी यूरोपियन देशों को पता है आज अगर चाइना को मिलकर नही रोका तो भविष्य में कुछ भी हो सकता है चीन की दादागिरी अब ज्यादा दिन की मेहमान नही है ।
कोरोना से पूरे यूरोप में आर्थिक संकट खड़ा हुआ है लाखो लोग मारे गए है उधर चीन अपने यहां सब सही कर फिर से व्यापार कर रहा आराम से ।
जो लोग अपने देश की सरकार अपने देश के साथ खड़े नही हो सकते उन्हें भारतीय भी कहलाने का हक नही होना चाहिए
राजनीति देश के अंदर सही लगती है इंटरनेशनल मुद्दों पर नही , ओर वो भी तब जब पाकिस्तान चाइना जैसे देश भारत को तोड़ने की फिराक में हो ।
भारत सरकार अंदर ही अंदर बहुत कार्य करने जा रही है और बहुत कुछ कर भी चुकी है इसी की चीड़ चाइना को है ।
भारत सरकार किसी विपक्ष के नेता के दबाव में अब अपने सब प्लान कूटनीति ट्विटर पर बताने वाली नही जिससे दुश्मन देश आगाह हो जाय ।
बस भरोसा रखिये भारत और भारत की सेना और स्वम की सरकार पर ।
ये वक्त एक साथ मुट्ठी बन लड़ने का है राजनीति का नही ।
उसके लिए बहुत मौके है और मिलेंगे । राजनीति और विरोध में अंधे होकर देश के खिलाफ मत जाइए यही अनुरोध है ।