परसों चीन में डॉग मीट फेस्टिवल चालू हो गया है। ये चीन का ऐसा फेस्टिवल है जिसका चीन वासी बेसब्री से इंतज़ार करते हैं। आमतौर पर विश्व के लोग यही समझते हैं कि ये कई नस्ल के कुत्तों की खरीद बिक्री से सम्बंधित फेस्टिवल होगा। पर नहीं, ये कुत्तों की मांस बिक्री का सबसे बड़ा बाज़ार है।
क्रूरता की सारी हदें पार करता ये बाज़ार देख कर आपकी आँखों में आँसू आ जाएंगे। आवारा कुत्तों को पकड़ कर ट्रक में ठूंस कर इनको बाज़ार लाया जाता है। फिर इनको एक छोटे से पिंजड़े में जबरन ठूंसा जाता है। कई दिनों तक भूखा प्यासा रखने के पश्चात जब ये कमजोर होकर लगभग मरने की स्थिति में आ जाते हैं तो इन्हें उल्टा लटका कर इन पर उबलता पानी डाला जाता है जिससे मांस मुलायम हो जाये। फिर मृत्यु से पहले ही इनकी चीरफाड़ कर मांस की बिक्री की जाती है। चीन के लोगों को कुत्ते का मांस बेहद पसंद है इसलिए पाकिस्तान से भी कुत्ते आयात किये जाते है।
ये सब देख कर लगता नहीं कि कोरोना वायरस से चीन वालों ने कोई सबक लिया है। अभी भी चीन वासी सांप, छिपकली, चूहा, चमगादड़, सुल्लु और अन्य जीव जंतु उसी रफ्तार से खा रहे हैं। क्या ये चीन वासी इस पृथ्वी पर रहने लायक हैं ?