चीन को एक के बाद एक झटके देने के लिए भारत तैयार है। चीनी ऐप्स पर बैन से उसकी शुरुआत हो चुकी है ...!
भारत में 5G नेटवर्क के लिए चीनी कंपनियों के इक्विपमेंट्स यूज करने पर बैन लगाया जा सकता है। इसके अलावा, कारोबार के लिहाज से चीनी उत्पादों के इम्पोर्ट को कम करने के लिए भी नियम तैयार किए जा रहे हैं ...!
सरकार का फोकस एयरकंडीशनर और इसके कम्पोनेंट्स का इम्पोर्ट कम करने की है ताकि डॉमिस्टिक प्रॉडक्शन को बढ़ाया जा सके। इसके अलावा स्टील, एल्युमिनियम, फुटवियर, आलू, संतरे उन उत्पादों में से हैं जिनकी लोकल मैनुफैक्चरिंग पर इन्सेंटिव देने की तैयारी है ....!
सरकार की तरफ से उन उत्पादों की लिस्ट तैयार की गई है जिनके घरेलू उत्पादन को बढ़ावा दिया जाना है। इसमें लिथियम आयन बैटरीज, ऐंटीबायोटिक्स, पेट्रोकेमिकल्स, ऑटो और मोबाइल पार्ट्स, खिलौने, स्पोर्ट्स गुड्स, टीवी सेट्स, सोलर इक्विपमेंट्स और इलेक्ट्रॉनिक्स इंटीग्रेटेड सर्किट्स शामिल हैं ...!
इम्पोर्ट को कंट्रोल करने के कई तरीके हैं। कभी कस्टम ड्यूटी बढ़ा दी जाती है तो कभी टेक्निकल पेंच फंसा दिए जाते हैं ताकि कुछ खास उत्पाद ही इम्पोर्ट किए जा सकें ...!
लाइसेंसिंग एक टेक्निकल तरीका है .....!
इससे चुनिंदा देशों से इम्पोर्ट को मंजूरी दी जा सकती है। साथ ही तय पोर्ट्स से सामान की एंट्री पर माल की निगरानी में मदद मिलती है ...!