#चीन_के_मुस्लिम
आज चीन में ढाई करोड़ से अधिक मुस्लिम रहते हैं, आरम्भ में जब छोटे मोटे #विस्फोट_या_चाकूबाजी हुई, और इनके पास से #बम_बनाने की चीजें बरामद हुई, तो वह समझ गया, कि आगे चलकर ये लोग चीनी गणराज्य के लिए हानिकारक साबित होंगे... इसलिए सरकार ने मदरसों में सीसीटीवी लगवा दिए, मज़हबी सामग्रियों को प्रचारित और प्रसारित करने पर सख्त रोक लगा दी गई... सभी लोगों के मनोवैज्ञानिक टेस्ट किए गए, टेस्ट में फेल हुए 15 लाख से भी ज्यादा लोगों में #आतंकवाद_के_प्रति_हमदर्दी देखी गई... इन लोगों को वो बकायदा डिटेंशन ट्रेनिंग सेंटर ( एक तरह की जेल) खोलकर इन लोगों के दिल से मजहबी आतंकवाद का जहर निकालने का प्रयास कर रहा है... इसमें उसे सफलता भी मिल रही है... उसे न तो 57 इस्लामिक देशों की नाराजगी का डर है, और न ही मानवाधिकार के ठेकेदारों का... उसे सिर्फ अपने देश की फिक्र है...
** और तो और, चीनी सैनिक, डिटेंशन सेंटर में रखे गए मुस्लिमों की पत्नियों के साथ तक सोते हैं, वे उन्ही के साथ काम करते हैं, और साथ ही खाते-पीते हैं... अगर कभी मौसम ज्यादा ठंडा होता है, तो तीन लोग भी एक बिस्तर पर सो जाते हैं...
भले ही चीन हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है, परन्तु उसने इन लोगों को चूहा बनाकर रखा हुआ है... स्वयं की राष्ट्रीयता और अखंडता के लिए वो आक्रामकता से इन लोगों को निबटाने में लगा हुआ है...