Ghanshyam Prasad's Album: Wall Photos

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चौकीदार से डर की असली वजह, क्योंकि चौकीदार कालेधन के करीब पहुंच चुका है।

देखिए एक छोटा सा उदाहरण*:-



एक रोचक तथ्य

जगह - राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र *दिल्ली*

स्थान- *मेहरौली*

मुहल्ला - *सुल्तानपुर*

नाम - *इंदिरा गाँधी फार्म हाउस*

क्षेत्रफल- *4.6 एकड़*

रजिस्ट्री वर्ष- *2013*

खातेदार - *श्री राहुल गाँधी एवं प्रियंका वाड्रा*

विक्रेता- *श्री जिग्नेश शाह*

कुल कीमत - *9,86,244/-* रुपये मात्र

*प्रतिमाह भाड़ा - 6,70000/-* रुपये प्रति माह

उपरोक्त सारे ही तथ्य रोचक हैं जैसे *दिल्ली जैसी जगह पर 2013 में 4.6 एकड़ जमीन मात्र 986244/-(नौ लाख छियासी हजार दो सौ चवालीस रुपये)* । सबसे ज्यादा रोचक तो इस फार्म हाउस को जिसने भाई-बहन को बेचा वही रु. *6,70,000/-( छ: लाख सत्तर हजार ) प्रति माह की दर पर भाड़े पर ले लिया और तीस लाख पगड़ी के भी दे दिये।* यानी कि जमीन की कीमत के तीन गुना पगड़ी ? है न सब कुछ चमत्कारिक ?

आगे *जिग्नेश शाह* के बारे में जानिए। *2013 में 56,000 हजार करोड़ के एक घोटाले का पर्दाफाश होता है जिसमें जिग्नेश शाह आरोपित होते हैं।* हंगामा होने पर सीबीआई और ईडी जाँच कर 9,000(नौ हजार) पेज की चार्ज शीट दायर करती है। ठीक उसी समय भाई-बहन जिग्नेश शाह से डील कर रहे हैं? इतना भी भय नहीं कि उसी वक्त जिग्नेश शाह के ख़िलाफ़ चार्ज शीट दायर की गयी है। मतलब सारी नौतिकता दांव पर *या कन्फर्म था कि कुछ नहीं होगा सरकार तो अपनी ही आएगी ?*

ये हैं मिस्टर क्लीन जो कहते हैं चौकीदार चोर है ? *श्रीमान जी चौकीदार चोर नहीं ईमानदारी से ड्यूटी कर रहा है इसलिए चोरों की इज्जत खतरे में है।* ये भय अच्छा लगा चौकीदार से ? ये तो सारे चोर जानते हैं कि अगला पाँच वर्ष उनकी बर्बादी का साल रहेगा इसलिए सारे मतभेदों को भुलाकर सारे चोर एक हो गये हैं। *अब समझ में आ रहा है कि राहुल गांधी इतने खतरनाक वादे कैसे कर रहें हैं* यहाँ तक कि राजद्रोह का कानून ही खत्म करने का ? यानी भारत के टुकड़े करने के नारे सड़कों पर उतरकर बेखौफ लगाये जाएं और रक्षा सेनाओं के पर कतर कर मुँह चिढ़ाया जाये ? साथ ही साथ *72,000 की लालच देकर देश की गरीब जनता को गुमराह कर मोदी को सिंहासन से हटाया जाए वर्ना ये जीना हराम कर देगा ?*

इसी लिए चौकीदार चोर है ? जागो देशवासियों जागो। गरीबी हटाने का जो काम कांग्रेस 60 वर्षों के शासन में नहीं कर पायी वो अब करेगी, झूठ का पुलिंदा है। ये तो चौकीदार का भय है जो सता रहा है वर्ना अपनी औकात तो ये स्वयं जानते हैं ।

अजय अगनिवीर